“केरल में इमारत ढही — 3 प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत, जानिए घटना का पूरा सच”

 

📅 प्रकाशित तिथि: 27 जून 2025


📃 परिचय:

केरल के त्रिशूर ज़िले के कोडकारा इलाके में आज एक दर्दनाक हादसा हुआ। एक पुरानी इमारत अचानक भरभरा कर गिर गई, जिसमें तीन प्रवासी मजदूरों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने एक बार फिर बिल्डिंग सुरक्षा और निर्माण स्थलों की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए जानते हैं हादसे की पूरी जानकारी, कारण और आगे उठाए जा रहे कदम।



केरल कोडकारा में पुरानी इमारत ढहने का हादसा — राहत कार्य जारी

🕒 घटना का समय, स्थान और स्थिति

यह हादसा आज सुबह लगभग 10:30 बजे त्रिशूर के कोडकारा इलाके में हुआ। जानकारी के मुताबिक, यह इमारत कई साल पुरानी थी और इसका कुछ हिस्सा जर्जर स्थिति में था। बिल्डिंग के नीचे कई प्रवासी मजदूर काम कर रहे थे, जब अचानक इमारत का ऊपरी हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा।

तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


🏚️ क्या थी इमारत की स्थिति?

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह इमारत करीब 35 साल पुरानी थी। पिछले कई महीनों से इसकी दीवारों में दरारें आ चुकी थीं। स्थानीय प्रशासन और बिल्डिंग मालिक को कई बार इसकी मरम्मत का नोटिस भी दिया गया था, लेकिन समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के चलते दीवारें और ज्यादा कमजोर हो गई थीं और इसी वजह से हादसा हुआ।


🚨 बचाव कार्य और प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना के तुरंत बाद NDRF टीम, फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंच गई। मलवे में दबे लोगों को निकालने के लिए मशीनों की मदद ली गई।

केरल सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। जिला कलेक्टर ने बताया कि शुरुआती जांच में बिल्डिंग के रखरखाव में लापरवाही सामने आई है।

सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और घायलों को ₹50,000 मुआवज़ा देने की घोषणा की है।


⚠️ सुरक्षा मानक: कहाँ चूक हुई?

इस घटना ने साफ कर दिया है कि बिल्डिंग सेफ्टी ऑडिट को लेकर जिम्मेदार विभाग कितने लापरवाह हैं।

  • पुरानी इमारतों का समय-समय पर स्ट्रक्चरल ऑडिट होना चाहिए।

  • वर्कर्स को सेफ्टी किट और हेलमेट जैसी सुविधाएं मिलनी चाहिए।

  • रिपेयर नोटिस के बाद तुरंत कार्रवाई अनिवार्य होनी चाहिए।


📱 सोशल मीडिया पर हड़कंप

इस खबर ने सोशल मीडिया पर भी बड़ा असर डाला है। Twitter पर #KeralaBuildingCollapse, #KodakkaraAccident और #TrissurBreaking ट्रेंड कर रहे हैं। लोग प्रशासन की लापरवाही को लेकर नाराजगी जता रहे हैं और मृतकों के परिवार के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं।


📊 निष्कर्ष

त्रिशूर का यह हादसा न सिर्फ केरल बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। पुरानी और जर्जर इमारतें लगातार जानलेवा बनती जा रही हैं।
जरूरत है कि सरकार और बिल्डिंग मालिक समय रहते सेफ्टी ऑडिट करवाएं, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।

प्रशासन को इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और भविष्य में बिल्डिंग सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ानी चाहिए।

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